ग्वालियर. ग्वालियर के बहुचर्चित सरपंच विक्रम रावत मर्डर कांड का आरोपी PF कमिश्नर मुकेश रावत गिरफ्तार कर लिया गया है. मुंबई एयरपोर्ट से उसकी गिरफ़्तारी हुई. जानकारी मिली है कि मुंबई पुलिस के ACP डा. मनोज शर्मा की मदद से उसे पकड़ा गया.
आरोपी PF कमिश्नर मुकेश रावत, सरपंच विक्रम रावत के मर्डर का आरोपी है.ग्वालियर पुलिस ने उस पर 10 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया था. 9 अक्टूबर को ग्वालियर में विक्रम रावत की सरेराह हत्या कर दी गयी थी. शार्प शूटरों ने उन्हें घेरकर गोलियों से भून दिया था.
गोलियों से भून दिया था
विक्रम रावत ग्वालियर जिले के बनहेरी गांव के सरपंच थे. उनकी इसी साल 9 अक्टूबर को दिन दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. वो अपनी गाड़ी से उतरे ही थे कि पहले से तैयार बाइक सवार युवक और उनके साथियों ने घेरकर उन्हें गोलियों से भून दिया. विक्रम की मौके पर ही मौत हो गयी थी.
ये भी पढ़ें- चुनाव परिणाम आते ही विधायक पुत्र ने फोन पर युवक को दी धमकी-पापा जीत गए हैं-अब तेरा क्या होगा
56 दिन बाद गिरफ्त में आया PF कमिश्नर-9 अक्टूबर को ग्वालियर के पड़ाव थाना इलाके में सरपंच हत्याकांड हुआ था. बनहेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत को अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था. इस हमले में विक्रम रावत को आठ गोलियां लगी थीं जिसके चलते घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई थी. दिनदहाड़े हुआ यह हत्याकांड सीसीटीवी में कैद हुआ था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल के आधार पर 13 लोगों को हत्याकांड का आरोपी बनाया था. हत्याकांड में पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत मुख्य साजिशकर्ता आरोपी थे. ग्वालियर पुलिस ने मुकेश की गिरफ्तारी पर 10 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया था.
विदेश भागने की फिराक में था PF कमिश्नर
ग्वालियर की पड़ाव पुलिस और क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि PF कमिश्नर मुकेश रावत महाराष्ट्र में फरारी काट रहा है और वह मौका मिलते ही विदेश भागने की फिराक में है. ग्वालियर पुलिस बीते 20 दिन से महाराष्ट्र में उसकी तलाश कर रही थी. पुलिस की सक्रियता के चलते पीएफ कमिश्नर मुकेश कम से कम 20 ठिकाने बदल चुका था. आखिर में मुंबई एयरपोर्ट पहुंचते ही मंगलवार शाम को पुलिस के हत्थे चढ़ गया. एयरपोर्ट पर ग्वालियर पुलिस ने मुंबई पुलिस के एसीपी डॉ. मनोज शर्मा की मदद से पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत को गिरफ्तार किया. डॉ. मनोज शर्मा मुरैना के रहने वाले हैं और वह इस घटनाक्रम से पूरी तरह वाकिफ थे.ग्वालियर लाने के बाद पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत से पुलिस पूछताछ करेगी.
सरपंच हत्याकांड के बाद हुआ था उपद्रव-सरपंच विक्रम रावत की ग्वालियर में हत्या के बाद उसके गांव बनहेरी में जमकर उपद्रव हुआ था. विक्रम के परिवार और पड़ोसियों ने आरोपी मुकेश रावत सहित अन्य के घरों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी थी. इसके बाद गांव में जमकर बवाल हुआ था. करीब 3 दिन तक गांव में कर्फ्यू के हालात थे. पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत और सरपंच विक्रम रावत के बीच चुनाव की राजनीतिक रंजिश को लेकर विवाद चल रहा था. विक्रम से पहले उसके चचेरे भाई की हत्या हुई थी इस मामले में भी मुकेश रावत के परिवार के लोग आरोपी हैं.
बाइक पर आए हमलावर
वारदात वाले दिन विक्रम अपने वकील से मिलने गए थे. गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने पीछे से उन्हें घेर लिया और वहीं ढेर कर दिया. हमलावरों की संख्या 4 से 5 थी. सभी अपने मुंह ढांके हुए थे. गोलियों की आवाज सुनकर आस पास के लोग दौड़े और पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन तब तक विक्रम की मौत हो चुकी थी.

चचेरे भाई की हत्या के गवाह थे
विक्रम की गांव के लोगों से रंजिश चल रही थी. करीब डेढ़ साल पहले दो पक्षों के विवाद के बाद विक्रम के चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. विक्रम उस केस में गवाह थे. जिस दिन सरपंच की हत्या हुई उसके अगले ही दिन केस में उनकी गवाही होना थी.
.
Tags: Breaking News, Gwalior news
FIRST PUBLISHED : December 5, 2023, 16:45 IST