हाइलाइट्स
आतंकी संगठन आईएसआईएस के इन तीनों आतंकियों के द्वारा एक बड़ी साजिश रची गई थी.
मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शफी उज्जमा उर्फ अब्दुल्ला उर्फ इंजीनियर मूलरूप से झारखंड के हजारीबाग का रहने वाला है.
आतंकी ने कबूला है कि शाहीन बाग इलाके में में रहकर बम बनाने की तकनीक पर काम किया.
आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े एक आतंकी मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शफी उज्जमा उर्फ अब्दुल्ला ने दिल्ली पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए है. आतंकी ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि वह साल 2021-22 के दौरान कई बार उत्तर-प्रदेश के कई शहरों में घूमा लेकिन उसने ज्यादा वक्त अलीगढ़ में बिताया. उसी दौरान उसने साल 2021 के मार्च महीने में बसंती पटेल नाम की महिला के साथ शादी कर ली. हालांकि बसंती पटेल ने शादी के बाद अपना ने अपना धर्म और नाम बदल लिया. बसंती पटेल शादी के बाद खदीजा मरियम हो गई.
शाहनवाज ने बताया कि अलीगढ़ में कई संदिग्ध लोगों के संपर्क में रहने के दौरान उसकी सोच में काफी बदलाव आया और फिर अपनी पत्नी के साथ वो अलीगढ़ से सीधे दिल्ली आ गया और दिल्ली में आने के बाद उसने आईईडी विस्फोटक बनाने का फैसला लिया. उसके बाद दिल्ली, राजस्थान, उतराखंड में रहने के दौरान कई बार उस विस्फोटक को बनाने और उसका टेस्ट किया था.
कई जगह की कर चुका था रेकी
आतंकी ने कबूला है कि वह पिछले साल 2023 में गुजरात के अहमदाबाद, बड़ौदा, सूर, महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे सहित कई शहरों में जा कर रहा और वहां के कई वीवीआईपी राजनेताओं के आवास और उनके आने-जाने वाले रूट के लोकेशन की रेकी भी की. किया जहां पर आईईडी बम से विस्फोट करने की साजिश रची गई थी और शाहीन बाग इलाके में में रहकर बम बनाने की तकनीक पर काम किया. गिरफ्तार आतंकी शाहनवाज सहित उसके दो अन्य साथियों ने भी इस साजिश से जुड़े कई खुलासे करते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सामने इस बात को कबूला था उन लोगों ने गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मुंबई के कई लोकेशन पर बड़े आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था.
इसके लिए कई लोकेशन की रेकी भी की थी. आतंकी शाहनवाज के द्वारा दिए गए बयान की एक कॉपी केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए और केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी के साथ भी साझा की गई है, जिसमें इस बात का भी जिक्र है की वो राजस्थान-हरियाणा के सीमावर्ती इलाकों में विस्फोटक की टेस्टिंग के लिए प्रयास किया था. वह कोई बड़ी वारदात कर पाता लेकिन उससे पहले ही उसकी गिरफ्तारी हो गई.
नागपुर से बीटेक की है इस आतंकी ने
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने तीन आतंकियों को पिछले साल अक्टूबर 2013 में एक बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने से पहले ही गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार ये तीनों आतंकी का कनेक्शन आतंकी संगठन आईएसआईएस के कई बड़े स्तर के हैंडलर के साथ रहा है. गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शफी उज्जमा उर्फ अब्दुल्ला उर्फ इंजीनियर मूलरूप से झारखंड के हजारीबाग का रहने वाला है. आरोपी मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शफी उज्जमा पेशे से एक खनन इंजीनियर है. ये पढ़ने में बचपन से ही बहुत तेज रहा था. बचपन में हजारीबाग के सेंट जेवियर स्कूल और बाद में राजस्थान को कोटा में बहुत अच्छे संस्थान से पढ़ाई लिखाई की और बाद में नागपुर से बीटेक किया और इंजिनियर बन गया .
ईनामी आतंकियों में शामिल था शाहनवाज
जांच एजेंसी एनआईए के द्वारा पिछले साल 2013 में तीन संदिग्ध आतंकियों के खिलाफ इनाम की घोषणा की थी, जिसमें शाहनवाज का नाम भी शामिल था. उसी वांटेड लिस्ट में शाहनवाज का साथी यूनुस साकी, रिजवान, इमरान सहित कई अन्य आतंकियों का नाम भी शामिल था. दरअसल साल 2022 में ही शाहनवाज यूनुस साकी के संपर्क में आया था, जिसका कनेक्शन विदेश में बैठे कुछ बड़े स्तर के आतंकी के साथ था. इसके बाद इन सभी तीनों-चारों आतंकी आपस में जुड़ते चले गए. पुणे से जुड़े आतंकियों के कनेक्शन मामले की तफ्तीश के दौरान ही शाहनवाज का नाम सामने आया और बाद में उसके दोस्तों के साथ पुणे पुलिस की टीम ने गिरफ्तार भी किया था,लेकिन वो मौके से फरार हो गया था. इसके बाद उसकी तलाश पुणे पुलिस की टीम और बाद में एनआईए के द्वारा किया जा रहा था.
देश में इस्लामिक राज्य स्थापित करने का था लक्ष्य
जांच एजेंसी के सूत्र के मुताबिक, आतंकी संगठन आईएसआईएस के इन तीनों आतंकियों के द्वारा एक बड़ी साजिश रची गई थी. इन तीनों आतंकियों ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर भारत सरकार और देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रचा था. भारत देश के अंदर इस्लामिक राज्य स्थापित करने करने का लक्ष्य रखा था. इसके लिए ये अपने गुर्गें के माध्यम से पुणे से लेकर दिल्ली तक कई संदिग्ध लोगों के संपर्क में जुड़ा हुआ था. जांच एजेंसी के सूत्र ये भी बताते हैं की सेंट्रल दिल्ली मूल का रहने वाला संदिग्ध आतंकी अब्दुल्ला देश छोड़कर भाग चुका है और ओमान में रहकर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा हुआ है. लिहाजा इस मामले में हाल में ही अंतरराष्ट्रीय संस्था इंटरपोल का भारत देश में नोडल एजेंसी सीबीआई ने विदेश मंत्रालय की मदद से उसके प्रत्यर्पण कराने की कोशिश में जुटी हुई है.
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Tags: Crime News, Delhi police
FIRST PUBLISHED : January 8, 2024, 20:00 IST