रतलाम. मध्य प्रदेश के कई जिलों में अरबों रुपए वसूलने वाली फर्जी इंटरनेशनल कंपनी MTFE पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस कंपनी के चक्कर में कई लोग अपना पैसा फंसा चुके हैं. पुलिस ने इस घोटाले के एक सूत्रधार को बैंगलुरू में गिऱफ्तार कर लिया है.
रतलाम पुलिस ने इस घोटाले में बैंगलुरु से निजी कंपनी कालिन इंटरप्राइजेज के संस्थापक योगानंदा को गिरफ्तार किया है. इसकी कंपनी में अलग अलग चैनल्स से पैसा आता था. यह पैसा MEFT के नटवरलाल हड़प लेते थे.
ठगी का तरीका
MTFE एप्लिकेशन प्लेस्टोर से डाउनलोड कर इस एप्प में रजिस्ट्रेशन किया जाता है. इसमें आपको एक QR कोड और एक लिंक मिलती है. इसे बाईनेंस एप्प ( यह इंटरनेशनल कंपनी एप्प है जिसे इलीगल नहीं माना गया है ) में जाकर डिपोजिट के ऑप्शन पर लिंक पेस्ट करने पर पैसा सीधे MTFE की कंपनियों में पहुंच जाता था. यह पैसा इन कंपनियों के पास से सीधे नटवरलालों के पास पहुंच रहा था.
फर्जीवाड़े का साम्राज्य
इस फर्जीवाड़े के तार श्रीलंका, बांग्लादेश, मलेशिया सिंगापुर तक फैले हुए हैं. रतलाम पुलिस ने बाईनेंस कंपनी (स्पेन) से 39 लाख रुपय फ्रिज करवाए हैं. बाइनेंस इंटरनेशनल एप है जिससे निजी कंपनियों के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर होता था और इन कंपनियों से MEFT के ठगों के पास. यह अरबों रुपए की ठगी है. इसमें इन्वेस्टर्स को धनराशि दुगुनी तिगुनी करने का लालच देकर अपने जाल में फांसा जाता है. फिर उनका पैसा लगवाया गया. पैसा लगवाकर कंपनी बंद हो गई. एमटीसी का कहना है ये जालसाज जनता के पैसों की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से ट्रेडिंग करते हैं. इसमें होने वाले मुनाफे का बड़ा हिस्सा इन्वेस्टर को दिया जाता है. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था सब कुछ फर्जी था.
हर तरह से झांसा
खास बात यह कि श्रीलंका में होने वाली श्रीलंकाई प्रीमियर लीग की एलईडी पर बाकायदा MTFE के विज्ञापन बता कर , कंपनी लोगों को अपनी और आकर्षित करती थी.
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FIRST PUBLISHED : September 25, 2023, 16:04 IST