नई दिल्ली: जेएनयू यानी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. इजरायल-हमास जंग के बीच शेहला रशीद ने मंगलवार को कहा कि शुक्र है कि कश्मीर गाजा नहीं है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हो रहे बदलाव के लिए पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को क्रेडिट दिया. समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पूर्व छात्र नेता से जब पूछा गया कि क्या वह पहले पत्थरबाजों के प्रति सहानुभूति रखती थीं, तो 2010 के लिए हां में जवाब था.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शेहला रशीद ने आगे कहा, ‘मगर आज मैं जब देखती हूं तो आज की स्थिति के लिए काफी शुक्रगुजार हूं. कश्मीर गाजा नहीं है. यह स्पष्ट हो गया है कि कश्मीर गाजा नहीं है, क्योंकि कश्मीर केवल इन आगे-पीछे के विरोध-प्रदर्शनों और उग्रवाद और घुसपैठ की छिटपुट की घटनाओं में शामिल था.
शेहला रशीद ने जम्मू-कश्मीर में बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की नीतियों को क्रेडिट दिया. उन्होंने कहा कि कश्मीर में बदलाव लाने के लिए किसी को बर्फ तोड़ने की जरूरत थी और इसके लिए मैं वर्तमान सरकार और खासकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को श्रेय देना चाहूंगी. उन्होंने कहा, ‘ उन्होंने (सरकार) इसका राजनीतिक समाधान सुनिश्चित किया है, जो मैं कहूंगी कि रक्तहीन है.
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब शेहला रशीद ने पीएम मोदी की तारीफ की है. इससे पहले वह इजरायल और हमास पर मोदी सरकार की तारीफ कर चुकी हैं. बीते दिनों जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद ने नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ करते हुए जम्मू-कश्मीर में ‘दीर्घकालिक शांति और सुरक्षा’ सुनिश्चित करने के लिए सरकार और सुरक्षा बलों को धन्यवाद दिया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि हम भारतीय भाग्यशाली हैं.
शेहला ने पहले क्या कहा था
जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा था, ‘मध्य पूर्व की घटनाओं को देखते हुए आज मुझे एहसास हो रहा है कि भारतीय होने के नाते हम कितने भाग्यशाली हैं. भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने हमारी सुरक्षा के लिए अपना सबकुछ बलिदान कर दिया है.’ अपने पोस्ट में उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स को टैग करते हुए कश्मीर में शांति लाने का श्रेय दिया था. शेहला रशीद ने एक अन्य पोस्ट में कहा था, ‘सुरक्षा के बिना शांति असंभव है, जैसा कि मध्य पूर्व संकट ने दिखाया है. भारतीय सेना के साथ-साथ सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहादुर कर्मियों ने कश्मीर में दीर्घकालिक शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जबरदस्त बलिदान दिया है.’
कौन हैं शेहला रशीद
दरअसल, शेहला रशीद साल 2016 में जेएनयू के आसपास हुई घटना के दौरान प्रमुखता से उभरी थीं, जब कई छात्र नेताओं को कथित तौर पर राष्ट्र-विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. एक वक्त नरेंद्र मोदी सरकार की मुखर आलोचक रहीं राशीद ने हाल ही में कश्मीर में शासन सहित कई मुद्दों पर केंद्र का समर्थन किया है. इसके बाद से ऐसे कई मौके आए हैं, जब शेहला ने मोदी सरकार की तारीफ की है.
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Tags: Amit shah, Jammu and kashmir, PM Modi
FIRST PUBLISHED : November 15, 2023, 11:58 IST