Nirbhaya case Anniversary: 16 दिसंबर 2012 की रात को दिल्ली की सड़कों पर दौड़ती एक प्राइवेट बस में ऐसा जघन्य सामूहिक रेप कांड हुआ था जिसने भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया. यही वो घटना थी जिसके बाद से देश की राजधानी दिल्ली को रेप केपिटल कहा जाने लगा, लोगों को दुष्कर्म की दरिंदगी और क्रूरता का अहसास हुआ और रेप की अन्य गुमनाम पीड़िताओं का दर्द भी समझ आया था. यही वो समय था जब दिसंबर की कड़कडाती ठंड में देशभर की लड़कियां पैरामेडिकल की छात्रा निर्भया को न्याय दिलाने और सुरक्षा की गुहार लगाते हुए दिल्ली की सड़कों पर उतर आईं थीं.
सदी के सबसे बर्बर रेप कांड के बाद देश में बहुत कुछ बदल गया. देशभर में सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए. जस्टिस जेएस वर्मा कमेटी की सिफारिशें लागू की गईं, हर जिले में रेप पीड़िताओं के लिए वन स्टॉप सेंटर बनाए गए, हेल्पलाइन शुरू की गई, निर्भया फंड जारी किया गया. इतना ही नहीं करीब 8 साल चले केस के बाद निर्भया के चार दोषियों को साल मार्च 2020 में फांसी दी गई. एक जुवेनाइल को मुक्त कर दिया गया, जबकि एक दोषी ने जेल में ही आत्महत्या कर ली थी.
निर्भया के बाद इतना सब होने पर आपको लग रहा होगा कि देश में जरूर बच्चियां और महिलाएं सुरक्षित हो गई होंगी. भारत में दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म के मामलों में जरूर ही कमी आई होगी. निर्भया के दोषियों का हश्र देखकर जरूर अपराधियों की रूह कांप गई होगी लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि देश की लीडिंग नेशनल एजेंसी के आंकड़े कुछ और ही कह रहे हैं.
निर्भया कांड के बाद हर साल बढ़ते गए रेप के मामले
2022 में 31516
2021 में 31677
2020 में 28046
2019 में 32032
2018 में 33356
2017 में 32559
2016 में 38947
2015 में 34651
2014 में 36735
2013 में 33707
2012 में 24923
11 साल में और खराब हो गए हालात..
निर्भया जैसे दिल-दहलाने वाले रेपकांड के बाद भारत में आज हालात और भी ज्यादा खराब हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो की ओर से हाल ही में जारी की गई साल 2022 की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल देश में रेप के कुल 31516 मामले रजिस्टर किए गए हैं. यानि कि हर एक दिन में करीब 87 और हर एक घंटे में 3-4 युवतियां या बच्चियां रेप की शिकार हो रही हैं. इस रिपोर्ट में राजस्थान रेप केपिटल बन गया है, यहां पिछले एक साल में सबसे ज्यादा 5399 रेप के मामले दर्ज हुए हैं. वहीं दिल्ली में 1212 मामले दर्ज हुए.
2012 के बाद बढ़ गए दुष्कर्म के मामले
हालिया रिकॉर्ड के अनुसार भारत में हर 22-23 मिनट में एक महिला या युवती के साथ दुष्कर्म हो रहा है. अगर निर्भया कांड के साल की बात करें तो एनसीआरबी के डेटा के अनुसार उस साल रेप के 24923 केस दर्ज हुए थे. यानि कि साल 2012 में हर घंटे में 2-3 महिलाओं के साथ रेप हो रहा था. निर्भया कांड के बाद देखा गया कि 2016 तक लगातार दुष्कर्म की घटनाओं में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई और केस 38 हजार से ऊपर पहुंच गए.
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FIRST PUBLISHED : December 15, 2023, 17:12 IST