Lok Sabha Election 2024: क्‍या कांग्रेस सभी दलों को कर पाएगी एक या इन 3 राज्‍यों में फंसेगा पेच? जानें क्‍या है सबसे बड़ी मुश्‍किल

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मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान और छत्‍तीसगढ़ के व‍िधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले इंड‍िया गठबंधन को मजबूत करने में जुटी है ताक‍ि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को टक्‍कर दे सके. पर कांग्रेस पार्टी की इस उम्‍मीदों पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है और इसकी वजह टीएमसी और आप बनते द‍िख रहे हैं. वैसे तो सारे गठबंधन साथ आना चाहते हैं लेक‍िन सारा पेच सीट शेयर‍िंग को लेकर फंसता नजर आ रहा है, क्‍योंक‍ि कोई भी र‍िजनल पार्टी कांग्रेस को ज्‍यादा सीटें देती द‍िख नहीं रही है. इसमें सबसे ज्‍यादा मुश्‍क‍िल कांग्रेस को पश्‍च‍िम बंगाल, पंजाब और द‍िल्‍ली में आनी वाली है. हर‍ियाणा में भी कांग्रेस का ऐसा ही हाल है वहां भी कांग्रेस के स्‍थानीय नेता आम आदमी पार्टी के साथ जाते नहीं द‍िखा रहे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस के आलाकमान के साथ बैठक के बाद पार्टी के नेताओं का कहना है क‍ि‘सम्मानजनक गठबंधन’ होना चाहिए और लोकसभा चुनाव में बंगाल में 6-8 सीटें मांगने को कहा गया है, जबक‍ि मंगलवार को हुई इंड‍िया गठबंधन की बैठक में ममता बनर्जी ने कांग्रेस के ल‍िए 2 सीटें छोड़ने की बात कही थी.

इंड‍िया गठबंधन की बैठक में जो भी सहमत‍ि बनी हो लेक‍िन आगामी लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बजाय अकेले चुनावी मैदान में उतरने की इच्छुक है. वैसे दोनों दल ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं. सूत्रों से म‍िली जानकारी के अनुसार, आप ने पंजाब विधानसभा चुनाव में भारी जीत के साथ सत्ता हासिल करते हुए 117 सीट जीती थीं और कांग्रेस केवल 18 सीट जीतने में कामयाब रही. विपक्षी खेमे के सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस भी पंजाब में आप के साथ गठबंधन के बिना लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छुक है.

मंगलवार को हुई ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में 28 विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संयुक्त रूप से मुकाबला करने के वास्ते जनवरी के मध्य तक लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप देने पर सहमति व्यक्त की. वर्ष 2020 में आप ने दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में 62 सीट जीतकर तीसरी बार सत्ता हासिल की थी. हालांकि, पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं. सूत्रों ने कहा कि आप राष्ट्रीय राजधानी की सात लोकसभा सीट में से तीन कांग्रेस के लिए छोड़ने को तैयार है.

विपक्षी खेमे का मानना है कि कांग्रेस और आप के पास अकेले लड़ने तथा इसे त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के बजाय एक टीम के रूप में राष्ट्रीय राजधानी में अधिक लोकसभा सीट जीतने की बेहतर संभावना है.वर्ष 2014 और 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट जीती थीं. 2019 में कांग्रेस और आप के संयुक्त वोट भाजपा उम्मीदवारों से काफी कम थे. पंजाब और दिल्ली में सीट बंटवारे पर चर्चा 30 दिसंबर के बाद होने की संभावना है.

क्‍या है हर‍ियाणा का हाल?
वहीं अगर बात विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में सीट बंटवारे को लेकर जारी जमा घटा के बीच कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को कहा कि यह देखना होगा कि हरियाणा में कौन सी पार्टी क्या और किस आधार पर दावा करती है. हुड्डा ने लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर कहा है क‍ि देखते हैं कि कौन क्या दावा करता है, उस दावे का आधार क्या है, उसके मापदंड क्या हैं, इसके लिए हम बैठेंगे और फैसला करेंगे…नहीं तो हम सभी 10 (लोकसभा) सीटों पर दावा करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) भी विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हो सकता है, हुड्डा ने कहा, ‘यह अभी तक गठबंधन का हिस्सा नहीं है और यह उन्हें (गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं) को तय करना है. उन्होंने कहा क‍ि मुझे किसी से कोई आपत्ति नहीं है.

‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों की मंगलवार की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि सीट-बंटवारे की बातचीत राज्य स्तर पर होगी और यदि कोई मुद्दा उठता है, तो गठबंधन नेतृत्व उसका समाधान करेगा. हुड्डा ने सितंबर में कहा था कि उनकी पार्टी लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव अपने दम पर जीतने में सक्षम है. उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस अगले साल के आम चुनाव में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने तब यह भी दावा किया था कि आम आदमी पार्टी का राज्य में कोई आधार नहीं है, इसलिए सीट बंटवारे की कवायद में उसकी कोई हिस्सेदारी नहीं है.

कांग्रेस ने बंगाल के नेताओं संग की बैठक
कांग्रेस नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बुधवार को पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई की वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राज्य में सभी प्रगतिशील ताकतें एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी के ‘सांप्रदायिक विभाजन के एजेंडे” को विफल करेंगी. बैठक में खरगे और राहुल गांधी के अलावा पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, प्रदेश प्रभारी ए चेल्ला कुमार और कई अन्य नेता मौजूद थे.

Tags: 2024 Lok Sabha Elections, Congress

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