निर्देशक जेम्स कैमरून (James Cameron) की जिस फिल्म का फैंस पिछले 13 सालों से इंतजार कर रहे हैं, आखिरकार वह फिल्म यानी ‘अवतार: द वे ऑफ वॉटर’ (Avatar 2: the way of water) आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. इस फिल्म का पहला भाग 2009 में रिलीज हुआ था और रिलीज के साथ ही इसने हंगामा मचा दिया था. ‘अवतार’ भारतीय बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ की कमाई की थी. हर कोई 3डी में ‘अवतार’ के पैंडोरा की इस दुनिया को देख दंग रह गया था. अब एक बार फिर ये दुनिया पर्दे पर लौटी है. पहले जहां जंगल की दुनिया थी, वहीं अब सैली का परिवार समुद्र की खूबसूरती और उसकी दुनिया में आपको ले जाता है. ट्रेलर के बाद से ही इस फिल्म को लेकर खूब हाइप बन चुका है. चलिए आपको बताते हैं कि आखिर ‘अवतार 2’ (Avatar 2 ) भी आपकी उम्मीदों पर खरी उतरती है या नहीं…
कहानी: जेम्स सुली का परिवार अपनी जिंदगी और पेंडोरा ग्रह पर अपनी जिंदगी जी रहा है लेकिन आकाशवासियों ने फिर से उन्हें ढूंढने की कोशिश शुरू कर दी है. सुली के परिवार में अब उनके 4 बच्चे भी हैं. दो लड़के हैं दो लड़कियां हैं. लेकिन अब पुराने दुश्मन लौट आए हैं और आकाशवासियों ने उनपर हमला कर दिया है. ऐसे में अपने परिवार की रक्षा के लिए सुली और उसका परिवार अपना जंगल छोड़ तटीय इलाके एक दूसरे गांव की तरफ बढ़ते हैं और यहां से शुरू होता है उनका पानी का सफर. जंगल के ये ‘नावी’ अब तटीय कबीले का हिस्सा बन पानी की दुनिया से रूबरू होते हैं.
अवतार 2 में कहानी इमोशनल अंदाज में भी आपको पकड़कर रखेगी.
जेम्स कैमरून की इस फिल्म से पहली उम्मीद की जाती है, विज्युअली मास्टरपीस होने की क्योंकि पहली फिल्म ने उम्मीदें ही कुछ ऐसी बांधी थीं. ऐसा हुआ भी है. फिल्म का एक-एक सीन देख आप उस ग्रह की खूबसूरती में खो जाएंगे. कहीं भी कुछ नकली और बनावटी नहीं लगता है. सबकुछ ऐसा जिस पर विश्वास हो जाए. वीएफएक्स के नाम पर बनने वाली फिल्मों के लिए ‘अवतार 2’ फिर से एक मास्टर क्लास लेकर आई है.
‘अवतार 2’ की दुनिया आपका दिल जीत लेगी.
लेकिन इस बार की कहानी में कुछ भी ‘बहुत चौंकाने वाला’ जैसा कुछ नहीं है. पकड़ने और भागने की कहानी को नए तरीके से पिरोया गया है, लेकिन इंडियन ऑडियंस के लिए ये ज्यादा कमाल नहीं कर पाएगी. कहानी बहुत ही एवरेज है. एक पिता अपने परिवार को बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार है. अपना कबीला छोड़ता है, अपने लोगों को छोड़ता है, दूसरे लोगों के बीच रहता है और सबकुछ चुपचाप सहता है. इंडिया में ऐसे प्लॉट पर कई फिल्में, वेब सीरीज हम पहले ही देख चुके हैं. तो हो सकता है कि कहानी आपको बहुत ज्यादा प्रभावित न करे. लेकिन विज्युअली ये फिल्म आपको अपने साथ बहा ले जाएगी.
एक्टिंग की बात करें तो औसत कहानी होने के बाद भी किरदारों को कनेक्ट और कहानी का इमोशनल वेल्यू बढ़िया है. लुवाक हो या सैली, हर किरदार के इमोशन से आप जुड़ेंगे. साथ ही ‘टाइटैनिक’ जैसी कहानी में कैमरून हमें पहले भी डूबता जहांज दिखा चुके हैं. इस फिल्म के क्लाइमैक्स में आपको ‘टाइटैनिक’ की भी याद खूब आएगी. फिल्म के एक्शन सीन कमाल के हैं. चाहे अंडरवॉटर फाइट हो या फिर हवा में उड़ते पक्षियों पर लड़ते नावी, हर सीन आपको खूब पसंद आएगा.
ये फिल्म 3800 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज हो रही है, जो इसे हॉलीवुड की सबसे बड़ी रिलीज बनाती है. वहीं फिल्म को लेकर हाइप पहले ही है. लेकिन ये फिल्म पूरे 3 घंटे 13 मिनट लंबी है. अब दर्शकों को इतनी देर सिनेमाघरों में बैठाना थोड़ा मुश्किल खेल साबित होगा. मेरी तरफ से इस फिल्म को 3.5 स्टार.
डिटेल्ड रेटिंग
कहानी | : | |
स्क्रिनप्ल | : | |
डायरेक्शन | : | |
संगीत | : |
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Tags: Hollywood movies, James cameron
FIRST PUBLISHED : December 16, 2022, 12:48 IST