इस फूल से बनी हर्बल चाय से खत्म होती है डायबिटीज! मलेरिया, गले में खराश में भी कारगर, जानें कैसे करें उपयोग

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आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. यदि हम आपसे ये कहें कि किसी फूल की पत्तियों को खाकर आप डायबिटीज को खत्म कर सकते हैं, तो कैसा लगेगा. कुछ लोगों को इसकी जानकारी होगी, तो आधिकांश लोगों को ये अटपटा लगेगा. लेकिन, आयुर्वेद के अनुसार यह बात पूरी तरह से सही है कि सदाबहार फूल की पत्तियों का सेवन कर आप शुगर के टेबलेट से छुटकारा पा सकते हैं. आयुर्वेदाचार्य की माने तो, सदाबहार फूल की पत्तियों के सेवन से 95 प्रतिशत तक मधुमेह की समस्या समाप्त हो जाती है. एक समय था जब, 50 साल से ऊपर के लागों को ही डायबिटीज की शिकायत होती थी, लेकिन आज के इस दौर में जेनेटिक की वजह से कम उम्र के लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं. ऐसे में आप सदाबहार फूल की पत्तियों का इस्तेमाल कर इस परेशानी को दूर कर सकते हैं.

आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे और मेडिसिनल प्लांट एक्सपर्ट शुभम श्रीवास्तव के अनुसार, सदाबहार के फूल में मौजूद हाइपोग्लेमिक गुण ब्लड शुगर को कम करने में मदद करते हैं. इस फूल के अर्क को लेने से बीटा-पैन्क्रियाज सेल्स से इंसुलिन का उत्पादन होना शुरू हो जाता है. यह स्टार्च के ग्लूकोज में ब्रेक होने में भी हेल्प करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल में कमी आने लगती है. सदाबहार के फूल और पत्तियों का इस्तेमाल ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है. अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो सुबह के समय फूलों से बनी हर्बल चाय पी सकते हैं या अच्छे परिणामों के लिए इसकी 3-4 पत्तियों को चबा सकते हैं.

मलेरिया और गले की खराश में भी असरदार
आयुर्वेद के अनुसार, मधुमेह एक मेटाबॉलिक कफ प्रकार का विकार है. जिसमें पाचन अग्नि कम होने लगती है और ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है. ब्लड शुगर में स्पाइक्स को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदाचार्य सदाबहार नाम के फूल का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. हालांकि, इसका इस्तेमाल चीनी दवाओं में भी लंबे समय से होता आ रहा है. यह मधुमेह, मलेरिया, गले में खराश और ल्यूकेमिया को मैनेज करने के लिए हर्बल ट्रीटमेंट है. ऐसा माना जाता है कि पौधे में 100 से ज्यादा अल्कलॉइड होते हैं, जिनमें से विन्क्रिस्टाइन और विनब्लास्टाइन अपने औषधीय लाभों के लिए जाने जाते हैं.

इस्तेमाल करने की विधि
बकौल आयुर्वेदाचार्य, मधुमेह से छुटकारे के लिए रोगी सदाबहार की ताजी पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लें और एक कंटेनर में भरकर रख लें. फिर सुबह खाली पेट 1 चम्मच सूखे पत्तों का चूर्ण पानी या ताजे फलों के रस में मिलाकर सेवन करें. इसके अलावा आप सदाबहार के पौधे की 3-4 पत्तियों को दिनभर में चबा सकते हैं, ताकि अचानक से ब्लड शुगर में वृद्धि न हो पाए. हालांकि, ताजे तोड़े गए सदाबहार के फूलों को पानी में उबाल कर इसके कड़वे तरल को सुबह खाली पेट पीने से भी ब्लड शुगर लेवल काफी हद तक कम हो सकता है.

Tags: Bihar News, Health, Health benefit, Local18

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