खेल-कूद में लगी चोट बना सकती है अपाहिज! एक्सपर्ट से जानें स्पोर्ट्स इंजरी से बचने के आसान उपाय

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हिना आज़मी/ देहरादून. कई लोगों को फुटबॉल खेलने का शौक होता है तो कुछ लोग अन्य खेलों के दीवाने होते हैं. इन खेलों के दौरान कई बार चोट लग जाती है. जिसका ट्रीटमेंट बहुत महंगा होता है. स्पोर्ट्स इंजरी के कारण कई खिलाड़ियों का करियर भी दांव पर लग जाता है. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज एल बालाजी का नाम आप सभी को याद होगा. गलत इलाज के कारण एल बालाजी का तेजी से उभरता करियर बहुत जल्द खत्म हो गया था.

आउटडोर गेम्स में खिलाड़ियों को अक्सर चोट का सामना करना पड़ता है, जिससे उनका करियर प्रभावित होता है. हालांकि खेल के दौरान लगने वाली अधिकतर चोट हल्की और अस्थायी होती हैं, लेकिन इनकी अनदेखी खिलाड़ियों को अपाहिज बना सकती है.

खेल से पहले करें वार्मअप
दून अस्पताल के पीएमआर एंड स्पोर्ट्स मेडिसिन यूनिट के विभागाध्यक्ष डॉ. अभिषेक चौधरी ने बताया कि खेलों के दौरान नसों और मांसपेशियों में खिंचाव आने या बार-बार चोट लगने का इलाज बहुत ही साधारण है लेकिन खिलाड़ी अक्सर इन चोटों की तरफ ध्यान नहीं देते हैं और सही समय पर सही तरीके से इनका इलाज नहीं होने पर ये चोटें खिलाड़ियों के करियर को बर्बाद कर सकती हैं.

शरीर पर एक साथ न डालें ज्यादा लोड
विभागाध्यक्ष डॉ. अभिषेक चौधरी ने बताया कि सर्दियों के दिनों में मसल्स और जॉइंट्स की इंजरी की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि रक्त का प्रवाह मांसपेशियों में खिंचाव शुरू कर देता है. इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका यह है कि किसी भी एक्शन से पहले 15 से 20 मिनट शरीर को प्रॉपर वार्मअप दिया जाए. इसके बाद रिहर्सल करें और ध्यान रहें कि शरीर पर एक साथ ज्यादा लोड न डालें बल्कि धीरे-धीरे लोड बढ़ाना चाहिए. इसके अलावा खेल खत्म होने के बाद बॉडी को प्रॉपर कूल डाउन और स्ट्रेचिंग करना चाहिए.

दर्द से मिलता है ये संकेत
डॉ. अभिषेक बताते हैं कि खेल के दौरान अगर आप चोटिल हो जाते हैं, तो दर्द एक इंडिकेटर है जो हमें यह बता रहा होता है कि गेम को आगे कंटीन्यू करना है या आराम करना है. अगर धीरे-धीरे दर्द बढ़ता चला जाता है, तो आपको तुरंत खेल को रोक देना चाहिए और बिना वक्त गवाए किसी भी स्पोर्ट्स क्लीनिक में जाकर इसका ट्रीटमेंट लेना चाहिए.

चोट को नजरंदाज करना पड़ सकता है भारी
डॉ. अभिषेक बताते हैं कि छोटी-मोटी चोट पर गर्म पानी या बर्फ की सिंकाई भी की जा सकती है, लेकिन चोट ज्यादा लगने पर लापरवाही न बरतें क्योंकि यह आगे चलकर आपको बहुत नुकसान पहुंचा सकती है. खेलों के दौरान नसों और मांसपेशियों में खिंचाव आने या बार-बार चोट लगने का इलाज बहुत ही साधारण है, लेकिन खिलाड़ी अक्सर इन चोटों की तरफ ध्यान नहीं देते हैं और सही समय पर सही तरीके से इनका इलाज नहीं होने पर ये चोटें खिलाड़ियों के करियर को बर्बाद कर सकती हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और हेल्थ बेनिफिट रेसिपी की सलाह, हमारे एक्सपर्ट्स से की गई चर्चा के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, न कि व्यक्तिगत सलाह. हर व्यक्ति की आवश्यकताएं अलग हैं, इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. कृपया ध्यान दें, Local 18 की टीम किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी.

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