Benefits of Supari: आयुर्वेद में कई फलों को सेहत का खजाना माना गया है. इसमें सुपारी भी एक है. वैसे तो इसका इस्तेमाल पूजा-पाठ में किया जाता है. लेकिन सुपारी का नाम सुनते ही ज्यादातर लोगों को गुटखा व तंबाकू याद आता है. जबकि, सुपारी एक काष्ठफल है, जो एरिका नामक पेड़ से प्राप्त होता है. इसीलिए इसको एरिका नट भी कहा जाता है. इस फल में फ्लेवोनोइड, एल्कलॉइड, ग्लूकोसाइड, आइसोप्रेनॉइड, एमिनो एसिड और यूजेनॉल जैसे तत्व पाए जाते हैं. ये शरीर में जरूरी एंटीऑक्सीडेंट्स के रूप में काम कर बीमारियों से बचाव करते हैं. इसी वजह से आयुर्वेद में वर्षों से सुपारी का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है. सुपारी मार्केट में 20 रुपये से कम में मिल जाती है. आइए बलरामपुर चिकित्साल लखनऊ के आयुर्वेदाचार्य डॉ. जितेंद्र शर्मा से जानते हैं सुपारी के कई और स्वास्थ लाभ के बारे में-
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सुपारी की तासीर ठंडी होती है और दूसरा ये डाययूरेटिक की तरह काम करती है. ऐसे में पहले तो ये जलन को शांत करती है और पेशाब की मात्रा बढ़ा देती है. इससे पेशाब में जलन की समस्या कम होती है और यूटीआई की दिक्कत में भी आप आराम महसूस करते हैं. (Image- Canva)
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सुपारी में ठंडक प्रदान करने वाले गुण होते हैं, जो मुंह में हुए छालों के दर्द से आराम प्रदान करती है. दरअसल, सुपारी का पानी पीने से पेट में बढ़ा हुआ एसिडिक पीएच कम होता है. साथ ही ये बढ़े हुए पित्त को कंट्रोल करने में भी मदद करता है जिससे मुंह में होने वाले छाले में कमी आती है. (Image- Canva)
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गठिया की बीमारी में भी सुपारी का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद है. ये दर्द निवारक (Analgesic) की तरह काम करता है और गठिया के दर्द को कम करने में मदद करता है. साथ ही ये शरीर में टॉक्सिन को कम करता है और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मददगार है. (Image- Canva)
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बवासीर में सुरापी का पानी पीना कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है. ये बॉवेल मूवमेंट और मेटाबोलिज्म तेज करने में मददगार है. (Image- Canva)
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सुपारी में कुछ ऐसे तत्व भी पाए जाते हैं, जो पेट व आंतों की कार्य प्रक्रिया को सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं. सुपारी का सेवन करने से दस्त जैसी समस्याओं को दूर भी किया जा सकता है. (Image- Canva)
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