अंजू प्रजापति/रामपुरः पत्थर चट्टा भारत में व्यापक रूप से उगाया जाने वाला आयुर्वेदिक पौधा है. ये पौधा खाने में रसीला और हल्का खट्टा होता है. आयुर्वेद के अनुसार यह पौधा कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है.ये किडनी, मसाने की पथरी को पेशाब के जरिये निकालने में बेहद कारगर साबित होता है.
इस पौधे की खास बात तो ये है कि इसको उगाने के लिए किसी बीज या खाद्य की जरूरत नहीं पड़ती. ये सिर्फ अपने पत्ते द्वारा ही उगाया जाता है. आप आसानी से एक पत्ता अपने घर के गमले में लगाकर उससे कई सारे पौधे उगा सकते हैं. आयुर्वेद में पत्थरचट्टा एक आकर्षक नाम है. यह गुर्दे की पथरी के साथ-साथ पित्ताशय की पथरी को भी जड़ से खत्म करता है. आइए पत्थरचट्टा से होने वाले स्वास्थ्य लाभ पर नजर डाले.
ऐसे करें सेवन
वेद्द गुन्जन अग्रवाल के मुताबिक यह पौधा पथरी को घोलने वाला होता है. पत्थरचट्टा गुर्दे और मसाने की पथरी को जड़ से खत्म करने में बहुत ही लाभदायक होता है. आप इसका सेवन 40 दिन तक कर सकते हैं. यदि आपको कोई और बीमारी है तो किसी आयुर्वैदिक फिजिशियन की देखरेख में इसका इस्तेमाल करें. आप इसके दो से चार पत्तों को रस निकालकर उसमें काली मिर्च का पाउडर मिलाकर सेवन कर सकते हैं. एक-एक पत्ता सुबह शाम सेवन करें. ऐसा नियमित करने से मूत्र द्वारा आपकी पथरी रेते की तरह घुल कर बाहर आ जायेगी.
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Tags: Health, Kidney disease, Local18
FIRST PUBLISHED : January 10, 2024, 09:27 IST