महिलाओं में अलग तरह से दुख देती है थायरायड की दिक्कतें, बचपन से लेकर बुढ़ापे तक करता है परेशान, इन लक्षणों से समझें इशारा

Picture of Gypsy News

Gypsy News

हाइलाइट्स

एंग्जाइटी, बेचैनी, नर्वसनेस, नींद में दिक्कत, वजन में कमी या बढ़ोतरी, गले के पास सूज जाना आदि थायराइड के लक्षण हैं.
महिलाओं में थायराइड डिसॉर्डर हो जाए तो यह बचपन पार करते ही दुख देने लगता है.

Thyroid Symptoms In Females: थायरायड ऐसा हार्मोन है जो शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करता है. थायरायड तितली के आकार की गर्दन के पास एक ग्रंथि है जिसमें से थायराइड हार्मोन निकलता है. इस हार्मोन का ज्यादा भी बनना भी खराब है और कम भी बनना घातक है. थायराइड हमारे शरीर में एनर्जी के खर्च का संतुलन रखता है. यह सांसों की धड़कन को कंट्रोल करने में भी अपनी भूमिका निभाता है. थायरॉयड हार्मोन कम हो तो शरीर में कई तरह के फंक्शन स्लो हो जाते हैं. थायराइड हार्मोन में गड़बड़ियों के कारण ज्वाइंट पेन, ड्राई स्किन, बालों में पतलापन, अनियमित पीरियड्स, फर्टिलिटी की समस्या, हार्ट रेट का धीमा हो जाना, डिप्रेशन जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है. थायराइड हार्मोन महिला और पुरुष दोनों में कम-ज्यादा हो सकता है लेकिन जब थायराइड की गड़बड़ियां महिलाओं में होती है तो उसे ज्यादा दुख उठाना पड़ता है. आइए समझते हैं कि कि थायराइड के कारण महिलाओं को क्या-क्या कष्ट उठाने पड़ते हैं और इसका क्या इलाज है.

थायराइड के कारण महिलाओं में होने वाली दिक्कतें

बचपन पार करते ही दिक्कत शुरू-जॉन हॉपकिंस मेडिकल के मुताबिक महिलाओं में थायराइड डिसॉर्डर हो जाए तो यह बचपन पार करते ही दुख देने लगता है. सबसे पहले थायराइड डिसॉर्डर के कारण यौवनारंभ में जल्दी या देरी हो सकता है. इससे पीरियड या तो देर से शुरू होते या बहुत जल्दी शुरू हो जाते हैं. वहीं थायराइड के कारण पीरियड अनियमित और हैवी ब्लीडिंग भी हो सकती है या पीरियड रूक भी सकता है.

प्रजनन क्षमता पर असर-थायराइड में गड़बड़ी के कारण महिलाओं में अंडाणु के निषेचन में गड़बड़ी होने लगती है. इससे अंडोत्सर्ग नहीं हो पाता है. वहीं ओवरी में सिस्ट बनना शुरू होने लगता है. बहुत अधिक थायराइड की गड़बड़ी के कारण दूध निकलने लगता है.

प्रेग्नेंसी में दिक्कत-थायराइड की दिक्कत से महिलाओं में प्रेग्नेंसी होने में परेशानी होती है. अगर प्रेग्नेंसी होती भी है तो गर्भ में पल रहे बच्चे को दिक्कत होती है. वहीं बच्चा होने के बाद मां को दिक्कत शुरू हो सकती है. इस गड़बड़ी के कारण मिसकैरिज, समय से पहले डिलीवरी, पोस्टपार्टम हैरमेज का भी जोखिम रहता है.

मेनोपॉज की समय दिक्कत-थायरॉयड डिसॉर्डर होने पर मेनोपॉज 40 साल से भी पहले होने लगता है. इससे हॉट फ्लेशेज की दिक्कत बढ़ जाती है. इससे नींद नहीं आती और मूड स्विंग करता है.

थायराइड के लक्षण

एंग्जाइटी, बेचैनी, नर्वसनेस, नींद में दिक्कत, वजन में कमी या बढ़ोतरी, गले के पास सूज जाना, मसल्स में कमजोरी या कंपकंपी, अनियमित पीरियड्स या पीरियड का रूक जाना, ज्यादा तापमान को सहन नहीं कर पाना, देखने में दिक्कत या इरीटेशन, थकान, हैवी पीरियड्स, रूखे बाल, आवाज में भारीपन, ज्यादा ठंडा को नहीं सह पाना आदि इसके लक्षण हैं.

इन सबसे बचने के क्या है उपाय

थायराइड से बचने के लिए सबसे पहले वजन कम करना चाहिए या बढ़ने नहीं देना चाहिए. इसके साथ ही सिगरेट, शराब, तंबाकू, प्रोसेस्ड फूड, फास्ट फूड, ज्यादा मीठा आदि नहीं खाना चाहिए. वहीं फूलगोभी, बंदागोभी, ब्रोकली थायराइड की समस्या को और बढ़ा देती है. थायराइड से बचने के लिए तनाव नहीं लेना चाहिए. यदि तनाव है तो योग, ध्यान इसमें मददगार साबित होगा. वहीं रोजाना एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद भी थायराइड से बचने का तरीका है.

इसे भी पढ़ें-गोल-मटोल इस बारीक दाने को दूध में भिगो दीजिए और सुबह कीजिए सेवन, फिर देखिए कमाल, सेहत के लिए बनेगा गेमचेंजर

इसे भी पढ़ें-सब कुछ छोड़ अमृत समान इस रोटी का कीजिए सेवन, कैंसर भी नहीं आएगा सामने, अन्य बीमारियां तो दूर से जाएगी भाग

Tags: Health, Health tips, Lifestyle

Source link

और भी

Leave a Comment

इस पोस्ट से जुड़े हुए हैशटैग्स