ईशा बिरोरिया/ऋषिकेश: उत्तराखंड में स्थित ऋषिकेश एक पावन तीर्थ स्थल है. हर साल हजारों की संख्या में लोग यहां घूमने आते हैं. इस तीर्थ नगरी को योगनगरी के नाम से भी जाना जाता है. वहीं हर साल देश-विदेश से पर्यटक यहां योग और ध्यान के लिए भी आते हैं और अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि पाते हैं. योग हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है. ये न केवल हमे शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी लाभ देता है. आज हम बात करेंगे कुछ ऐसे आसनों के बारे में, जिन्हें रोज करने से जीवन से स्ट्रेस और एंजाइटी दूर हो जाती है.
ऋषिकेश स्थित योग स्थल के निदेशक योगी हिमांशु बताते हैं कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और चिंता होना आम बात है. योग के कई सारे लाभ होते हैं. वहीं ये चार योग आसन सुखासन, पश्चिमोत्तानासन, बालासन और विपरीत करनी आसन प्रतिदिन करने से हमारे जीवन से स्ट्रेस और एंजाइटी दूर हो जाती है. इन योग आसनों को करने से हमारा शरीर और मन स्वस्थ रहेगा और हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि होगी.
सुखासन
सबसे पहले आप अपनी रीढ़ को सीधा करके बैठ जाएं और पैरों को अपने सामने फैला लें. अपने घुटनों को मोड़ें और अपने बाएं पैर को अपने दाहिने घुटने के नीचे लाएं और पैरों को अपने सामने फैलाएं. अपनी हथेली को घुटनों पर रखें और अपने सिर, गर्दन और रीढ़ को सीधे रखें और गहरी सांस लें. ऐसा करने से स्ट्रेस दूर होता है.
पश्चिमोत्तानासन
अपने पैरों को आगे बढ़ाकर बैठ जाएं. अब आगे की ओर तब तक झुकें, जब तक आपका पेट न छू जाए और घुटनों को सीधा रखें. अपने पैरों को अपने हाथों से पकड़ें. 30 सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर अपनी स्थिति में वापस आ जाएं.
बालासन
बालासन करने के लिए घुटने टेककर और अपनी एड़ी पर बैठ जाएं. आगे की ओर तब तक झुकें, जब तक छाती आपकी जांघों को न छू ले. अपने हाथों को साइड में रहने दें. जब तक संभव हो इस स्थिति में रहें और गहरी सांस लें.
विपरीत करनी आसन
विपरीत करनी आसन की शुरुआत में दीवार के पास फर्श पर लेट जाएं. गहरी सांस लें और अपने पैरों को दीवार की तरफ (90°) ऊपर उठाएं. फिर अपने हाथों को कमर के पास रखकर बैलेंस करें.
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FIRST PUBLISHED : October 13, 2023, 12:48 IST