कितना होना चाहिए गीजर वाटर का टेंपरेचर, बिजली बचाने के चक्कर में जहर न हो जाए पानी!

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शहरी इलाकों में नहाने और बर्तन धोने के लिए आमतौर गीजर के पानी का इस्तेमाल किया जाता है. इन इलाकों में बहुत कम जगहों पर सीधे ग्राउंड वाटर उपलब्ध है. घरों में टंकी से पानी की आपूर्ति की जाती है. इस कारण सर्दी बढ़ने के साथ यह पानी काफी ठंडा हो जाता है. गर्म किए बिना इससे नहाना मुश्किल होता है. ऐसे में बाथरूम और किचेन में गीजर लगवाना आम बात है. लेकिन, महंगी बिजली के चक्कर में लोग गीजर का टेंपरेचर घटा देते हैं. उनको लगता है कि ऐसा करने से बिजली की बचत होगी. मगर, यह 100 फीसदी सच नहीं है. बिजली बचाने के चक्कर में गीजर का पानी आपको संकट में डाल सकता है. इतना ही नहीं इससे आप गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं. कई बार यह बीमारी जानलेवा हो जाती है.

आमतौर पर सर्दी के मौसम में गीजर को 70 डिग्री सेल्सियस तापमान के आसपास चलाने की सलाह दी जाती है. किसी भी स्थिति में गीजर के पानी का टेंपरेचर 50 डिग्री सेल्सियस से कम नहीं होना चाहिए. गीजर में स्टोर पानी का टेंपरेचर अगर 50 डिग्री से कम हो तो ऐसी स्थिति में पानी में इंसान में सांस संबंधी बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं. इस बीमारी को मेडिकल साइंस में लेगियोनायर्स (Legionnaires) कहा जाता है. यह निमोनिया बीमारी का एक बेहद गंभीर रूप है.

इस बीमारी के फैलने का मुख्य कारण स्टोर किए गए गुनगुने पानी में पनपने वाले बैक्टीरिया होते हैं. इसी के मद्देनजर इस सदी के पहले दशक में कनाडा में ‘सेफ किड्स कनाडा अभियान’ लॉन्च किया गया था. उस वक्त वहां लेगियोनायर्स के काफी मामले सामने आए थे. कई लोगों की इस बीमारी की वजह से मौत हो गई थी. इस अभियान का मकसद लोगों को घरों में इस्तेमाल पानी का टेंपरेचर कम न करने के प्रति जागरूक बनाना था. कनाडा में घरों में गीजर वाटर 49 से 60 डिग्री के बीच इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है.

कैसे होती है लेगियोनायर्स
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंसन (CDC) की वेबसाइट के मुताबिक लेगियोनायर्स एक गंभीर किस्म की निमोनिया बीमारी है. यह बीमारी लेगियोनेला (Legionella) बैक्टीरिया की वजह से होती है. इस बैक्टीरिया से युक्त पानी को सूंघने भर से इंसान इस बीमारी से ग्रसित हो सकता है. इस बीमारी में इंसान को कफ, सांस लेने में दिक्कत, बुखार, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द की शिकायत हो सकती है. इससे बचाव का सबसे सही तरीका है स्टोर किए गए गुनगुने पानी से दूरी.

कितने डिग्री पर चलाएं गीजर
अब सवाल है कि गीजर का तापमान कितना रखें. एक्सपर्ट और गीजर निर्माता कंपनियां भी आपको हमेशा यही सलाह देती हैं कि सर्दियों में गीजर का तापमान 60 से 65 डिग्री पर रखें. इस सेटिंग को किसी भी स्थिति में 50 डिग्री से कम न करें. गर्मियों में अगर जरूरत हो तो गीजर 50 से 55 डिग्री पर चला सकते हैं. यह भी सलाह दी जाती है कि 70-75 डिग्री से ज्यादा पर भी गीजर नहीं चलाना चाहिए.

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