हाइलाइट्स
एसबीआई की R-GDS में 3 अलग-अलग अवधि में गोल्ड जमा कराया जा सकता है.
इसमें मिलने वाला ब्याज ग्राहक हर साल या एकमुश्त ले सकता है.
इस स्कीम के तहत कम से कम 10 ग्राम गोल्ड जमा किया जा सकता है.
SBI R-GDS Scheme: देश में आमतौर पर लोग बैंकों में पैसा जमा करके ब्याज कमाते हैं. इसके लिए लोगों के पास कई बचत योजना के विकल्प उपलब्ध हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं गोल्ड को भी बैंक में जमा कराने पर ब्याज मिलता है. ज्यादातर लोग सोना सुरक्षा के लिए बैंक लॉकर में रखते हैं या गिरवी रखकर लोन लेते हैं. कई लोग शायद यह नहीं जानते हैं कि गोल्ड जमाकर ब्याज भी हासिल किया जा सकता है.
देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई ग्राहकों को एक खास स्कीम के जरिए गोल्ड जमा कराने पर ब्याज देता है. एसबीआई की एक खास स्कीम में सोने को फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह जमा कराया जा सकता है और इस पर ब्याज भी मिलता है.
क्या है R-GDS स्कीम?
भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के R-GDS यानी एसबीआई रेवेपम्ड गोल्ड डिपॉजिट स्कीम है. यह योजना एक तरह गोल्ड एफडी स्कीम है, जिसमें ग्राहक घर में रखे सोने को R-GDS के तहत जमा कर सकता है. खास बात है कि इसमें सुरक्षा के साथ-साथ ब्याज भी मिलता है.
एसबीआई की R-GDS में 3 अलग-अलग अवधि में गोल्ड जमा कराया जा सकता है. इनमें शॉर्ट टर्म बैंक डिपॉजिट (1-3 वर्ष), मीडियम टर्म गवर्नंमेंट डिपॉजिट (5-7 वर्ष) और लॉन्ग टर्म गवर्नंमेंट डिपॉजिट (12-15 वर्ष) है. इस स्कीम के तहत कम से कम 10 ग्राम गोल्ड जमा किया जा सकता है जबकि अधिकतम की कोई सीमा नहीं है.
एसबीआई की R-GDS स्कीम में 1 साल की अवधि पर सालाना 0.50% ब्याज मिलता है. 1 से 2 साल की अवधि पर 0.55% और 2 से 3 साल की अवधि में 0.60% ब्याज मिलता है. वहीं मीडियम टर्म गवर्नंमेंट डिपॉजिट में ब्याज दर सालाना 2.25% है जबकि लॉन्ग टर्म गवर्नंमेंट डिपॉजिट में रेट ऑफ इंटरेस्ट 2.50% है.
इस स्कीम की एक और खास बात यह है कि इसमें मिलने वाला ब्याज ग्राहक हर साल या एकमुश्त ले सकता है. आप किसी भारतीय स्टेट बैंक की किसी भी नजदीकी शाखा में जाकर R-GDS स्कीम के लिए आवेदन कर सकते हैं.
.
Tags: Business news in hindi, Gold Loan, Gold price, New Scheme, SBI Bank
FIRST PUBLISHED : September 06, 2023, 07:00 IST