हाइलाइट्स
ओवर द काउंटर मिलने वाली इमरजेंसी पिल्स का इस्तेमाल खुद से नहीं करना चाहिए.
गर्भनिरोधक गोलियों को खाने से पहले गायनेकोलॉजिस्ट से जरूर कंसल्ट करना चाहिए.
How To Use Contraceptive Pills: अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए महिलाएं अक्सर ओवर द काउंटर मिलने वाली दवाओं का इस्तेमाल करती हैं, जो उनकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकती हैं. इन दवाओं को खाने से कई महिलाओं की तबीयत बिगड़ जाती है और उनकी सेहत को भारी नुकसान होता है. बड़ी संख्या में लोगों को अनचाहे गर्भ से बचने के सही तरीकों के बारे में नहीं पता होता और वे गलतियां कर बैठते हैं. दुनियाभर में लोगों को गर्भनिरोधक के सही तरीकों के बारे में जागरूक करने के लिए हर साल 26 सितंबर को वर्ल्ड कॉन्ट्रासेप्शन डे (World Contraception Day) मनाया जाता है. सही तरीके से गर्भनिरोधक चीजों का इस्तेमाल करने से महिला और पुरुष दोनों की रिप्रोडक्टिव समेत ओवरऑल हेल्थ को बेहतर रखा जा सकता है. विश्व गर्भनिरोधक दिवस के मौके पर डॉक्टर से जानेंगे कि कॉन्ट्रासेप्शन के कौन से सुरक्षित तरीके हैं और बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल कब और कैसे करना चाहिए.
नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. सुरप्रीत कौर संधू कहती हैं कि फैमिली प्लानिंग या अनचाही प्रेग्नेंसी (Unwanted Pregnancy) को रोकने के लिए जिन तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है, उसे गर्भनिरोधक (Contraception) कहा जाता है. फैमिली प्लानिंग के लिए गर्भनिरोधक एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. आमतौर पर कॉन्ट्रासेप्शन 4 प्रकार का होता है. पहला बैरियर कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड है. इसमें प्रेग्नेंसी से बचने के लिए मेल और फीमेल कॉन्डोम इस्तेमाल किए जाते हैं. दूसरा मेथड मेडिसिनल कॉन्ट्रासेप्शन होता है, जिसमें गर्भ को रोकने के लिए पिल्स का यूज किया जाता है. इस मेथड को हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव भी कहते हैं. तीसरा मेथड इंट्रायूटरिन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस है. इसमें महिलाओं के यूटेरस के अंदर कुछ प्रोडक्ट डाले जाते हैं. चौथा मेथड सर्जिकल कॉन्ट्रासेप्शन होता है, जिसमें सर्जरी के जरिए पुरुष और महिलाओं की नसबंदी कर दी जाती है.
कौन सी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेनी चाहिए?
डॉ. सुरप्रीत कौर संधू के मुताबिक तमाम लोग अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए बाजार में मिलने वाली कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐसा करना खतरनाक हो सकता है. बाजार में बिकने वाली ज्यादातर गर्भनिरोधक गोलियां इमरजेंसी पिल्स होती हैं, जिनके गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स दो तरह की होती हैं. एक नॉर्मल और दूसरी इमरजेंसी पिल्स. प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए नॉर्मल पिल्स को लगातार 21 दिनों तक लेना पड़ता है, लेकिन इनसे गंभीर खतरे पैदा नहीं होते हैं.
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इमरजेंसी पिल्स (Emergency Pills) डॉक्टर सिर्फ इमरजेंसी कंडीशन में ही देते हैं और बिना डॉक्टर की सलाह के इमरजेंसी पिल्स लेना नुकसानदायक हो सकता है. इमरजेंसी पिल्स को डॉक्टर की सलाह लेकर पूरी जिंदगी में एक या दो बार ही लेना चाहिए. अगर डॉक्टर की सलाह पर कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स ली जाती हैं, तो ऐसा करना सुरक्षित माना जाता है. उम्र और बॉडी कंडीशन के आधार पर सभी को अलग-अलग दवाएं दी जाती हैं और उनकी मॉनिटरिंग भी की जाती है. आसान भाषा में कहें, तो एक्सपर्ट की सलाह पर लोगों को प्रेग्नेंसी रोकने के लिए नॉर्मल पिल्स ही लेनी चाहिए.
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सबसे सुरक्षित कॉन्ट्रासेप्शन मेथड कौन सा है?
गायनेकोलॉजिस्ट की मानें तो बैरियर कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड सबसे सुरक्षित गर्भनिरोधक होता है, जिसमें मेल या फीमेल कॉन्डोम इस्तेमाल करते हैं. इस मेथड में किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं देखने को मिलता है. अगर कभी-कभार संबंध बनाते समय कॉन्डोम फट जाए, तब डॉक्टर की सलाह पर नॉर्मल गर्भनिरोधक गोलियां ली जा सकती हैं. इसके अलावा डॉक्टर की सलाह पर कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स को भी सुरक्षित माना जा सकता है. बाकी मेथड का इस्तेमाल मेडिकल कंडीशंस के अनुसार किया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : September 26, 2023, 11:46 IST